UPSC IAS ki taiyari mein NCERT ki pustako ki bhumika. IAS की तैयारी में NCERT की पुस्तकों की भूमिका।

UPSC IAS ki taiyari mein NCERT ki pustakon ki bhumika. IAS की तैयारी में NCERT की पुस्तकों की भूमिका।
UPSC IAS ki taiyari mein NCERT ki pustakon ki bhumika. IAS की तैयारी में NCERT की पुस्तकों की भूमिका।


 IAS की तैयारी में NCERTकी पुस्तकों की भूमिका।
पुस्तकों की भूमिका

      सामान्यतः सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए उम्मीदवारों को सलाह दी  जाती है कि उन्हें एन.सी.ई.आर.टी. की किताबों का अध्ययन करना. चाहिए, क्योंकि ये किताबें आधारभूत समझ बनाने में मदद करती हैं। एन.सी.ई.आर.टी. की किताबें भारत सरकार द्वारा काफी अनुसंधान के बाद प्रकाशित की जाती हैं, जिनमें तथ्य संबंधी अशुद्धता नहीं होती। सिविल सेवा परीक्षा में तथ्य संबंधी प्रश्नों के उत्तर देने के लिए ये सबसे विश्वसनीय स्रोत हैं। साथ ही एन.सी.ई.आर.टी. की किताबें सरल और स्पष्ट भाषा में लिखी होती हैं, जो कि उम्मीदवार को भाषा-शैली के सुधार में मदद करती हैं और अच्छी भाषा-शैली द्वारा उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
      सिविल सेवा परीक्षा में सफलता के लिए उम्मीदवार को विभिन्न विषयी अवधारणात्मक समझ होनी चाहिए। एन.सी.ई.आर.टी. की किताबें विद्यालयो स्तर से लेकर इंटरमीडिएट स्तर तक उपलब्ध हैं, जो उम्मीदवार को अपनी अवधारणात्मक समझ को विकसित करने में काफी मदद करती हैं। उम्मीदवार को यह सलाह दी जाती है कि वे सिविल सेवा परीक्षा के पाठ्यक्रम के हिसाब से एन.सी.ई.आर.टी. की किताबों का चयन करके हर विषय का अध्ययन करें, जो कि परीक्षा में सफल होने में उम्मीदवार के लिए सहायक होगा।

       IAS प्रारंभिक परीक्षा में एन.सी.ई.आर.टी. की किताबों से पूछे गए प्रश्नों के कुछ उदाहरण है--
   प्रश्न- भारत छोड़ो आंदोलन किसकी प्रतिक्रिया में प्रारंभ किया गया ?
* कैबिनेट मिशन योजना
* क्रिप्स प्रस्ताव
* साइमन कमीशन रिपोर्ट
* वैवेल योजना।

    प्रश्न- अलग-अलग ऋतुओं में दिन के समय और रात्रि के समय के विस्तार में विभिन्नता किस कारण से होती है?
* पृथ्वी का अपने अक्ष पर घूर्णनं ।
* पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर दीर्घ वृत्तीय रीति से परिक्रमण।
*  स्थान की अक्षांशीय स्थिति।
* पृथ्वी का नत अक्ष पर परिक्रमण।

पुरानी व नई किताबों में संशय
      उम्मीदवारों के बीच किताबों को लेकर सबसे बड़ा संशय यह है कि एन.सी.ई.आर.टी. की नई पुस्तकें पढ़ी जाएँ या पुरानी ? यहाँ इस बात को समझना आवश्यक है कि दोनों किताबें बेहतर है, लेकिन पुरानी एन.सी.ई.आर.टी. की पुस्तकें विवरण और अध्ययन सामग्री मामले में नई एन.सी.ई.आर.टी. किताबों से ज्यादा बेहतर है, इसलिए उम्मीदवार को जितना संभव हो, पुरानी एन.सी.ई.आर.टी. की पुस्तकों से अध्ययन करना चाहिए।
        एन.सी.ई.आर.टी. की किताबें परीक्षा के लिए आधार बनाने में मदद करती हैं; लेकिन परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए वैकल्पिक विषयों के अन्य विश्वसनीय स्रोत का सहयोग लेना चाहिए और सारे विषय को तेजी से पढ़ने के बजाय बहुत ही धैर्य के साथ हर विषय का गहन अध्ययन करना चाहिए।

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यहां तक पढ़ने के लिए आपका हृदय की अंत: गहराइयों से धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏😘😘😘😘😘

🇨🇮🇨🇮 आपका गाइड
                🖊️🖊️🖊️🖊️ श्री राम कुमावत

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