IAS की तैयारी में कोचिंग का महत्व। IAS ki taiyari mein coaching ka mahatva. IAS की तैयारी में कोचिंग की भूमिका।
IAS की तैयारी में कोचिंग का महत्व। IAS ki taiyari mein coaching ka mahatva. IAS की तैयारी में कोचिंग की भूमिका।
IAS की तैयारी में कोचिंग का महत्व। IAS ki taiyari mein coaching ka mahatva. IAS की तैयारी में कोचिंग की भूमिका।
IAS की तैयारी में कोचिंग का महत्व
सिविल सेवा परीक्षा एक लंबी चलने वाली परीक्षा है। इस परीक्षा में सफलता हेतु तैयारी की दिशा सही होनी चाहिए। सामान्यतः यह देखा जाता है की उम्मीदवार तैयारी की शुरुआत में पुरे उत्साह में रहते हैं, परंतु समय के साथ उत्साह में कमी और भटकाव जाते हैं। कोचिंग संस्थान से तैयारी सही रास्ते पर रहती हैं; क्योंकि कोचिंग में समय-समय पर टेस्ट का आयोजन, स्वस्थ प्रतियोगिता का माहौल आदि उम्मीदवारों को लगातार प्रेरित करते रहते हैं।
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी वैसे तो उम्मीदवार स्वयं भी कर सकते हैं, लेकिन परीक्षा की प्रकृति को देखते हुए अच्छी तैयारी और पर्याप्त दिशा निर्देश की आवश्यकता होती है। दिल्ली, कोटा याअन्य बड़े शहरों में बहुत से ऐसे कोचिंग संस्थान है, तो सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करनी हेतु समर्पित हैं।
कोचिंग के लाभ
तेयारी की शुरुआत में बहुत से उम्मीदवार परीक्षा के पैटर्न को न समझने के कारण अपना बहुमूल्य समय बर्बाद कर लेते हैं। उम्मीदवार यदि शुरुआती चरण में ही किसी कोचिंग संस्थान में प्रवेश ले ले तो उन्हें परीक्षा के पैटर्न , पाठ्यक्रम आदि समझने में आसानी होगी।
कोचिंग में अच्छी पढ़ाई के साथ समय-समय पर टेस्ट का आयोजन किया जाता है, जिस उम्मीदवार अपनी तैयारी का मूल्यांकन करके अपनी आत्मविश्वास को बढ़ा सकते हैं। साथ फैकक्टी और अन्य उम्मीदवारों से संपर्क होने से भी आत्मविश्वास में बढ़ोतरी की होती है।
कोचिंग में उम्मीदवारों के बीच स्वस्थ प्रतियोगिता को बढ़ावा दिया जाता है, जिससे उम्मीदवारों के बीच एक स्वस्थ वातावरण विकसित होता है, साथ ही परीक्षा हेतु सकारात्मक ऊर्जा भी मिलती है।
परीक्षा और देश - दुनिया में हो रहे नए बदलाव के बारे में कोचिंग संस्थान उम्मीदवारों को अद्यतन सूचना देते रहते हैं। जिस उम्मीदवार अपनी तैयारी को बेहतर रूप दे सकते हैं और सफलता की और कदम बढ़ा सकते हैं।
सिविल सेवा परीक्षा में सफलता के लिए समय का अच्छे से प्रबंधन करना बहुत जरूरी है, कोचिंग संस्थान में अधिकांश शिक्षक बहुत योग्य और कुशल होते हैं, जिनसे तैयारी संबंधी उचित रणनीति और दिशा निर्देश मिलते रहते हैं।
सावधानी
उम्मीदवारों को कोचिंग संस्थान का चुनाव करते समय अतिरिक्त सावधानी की आवश्यकता होती है। क्योंकि गलत कोचिंग संस्थान का चुनाव करने से समय ऊर्जा और धन तीनों की क्षति होती है। आमतौर पर उम्मीदवार प्रचार, चमक दमक आदि से प्रभावित होकर गलत कोचिंग संस्थान का चुनाव कर लेते हैं, यह कदम आगे चलकर उनके लिए घातक साबित होता है। इसलिए कोचिंग संस्थान में प्रवेश लेने से पहले पर्याप्त खोजबीन और अपने वरिष्ठ सहपाठियों से सलाह लेना बेहतर होता है।
कोचिंग संस्थान में उम्मीदवार को अपने अध्ययन संबंधी सभी प्रकार की संशय को दूर करने का मौका मिलता है, इसलिए उम्मीदवार को किसी प्रश्न या विषय में संशय होने पर शिक्षक से पूछने में संकोच नहीं करना चाहिए। कोचिंग द्वारा आयोजित टेस्ट में जरूर शामिल होना चाहिए। इससे उम्मीदवारों को प्रश्नों का अभ्यास तो होता ही है, साथ ही अवधारणा के निर्माण में भी सहायता मिलती हैं।
♥️♥️♥️ आपका गाइड
🖊️🖊️🖊️🖊️ श्रीराम कुमावत ♥️
😘😘😘😘😘🙏 धन्यवाद 🙏😘😘😘😘😘
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